इस मंदिर में दो दिन चलते-चलते ही करने होंगे दर्शन

इस मंदिर में दो दिन चलते-चलते ही करने होंगे दर्शन
Ananya soch
अनन्य सोच । आराध्य देव गोविंद देवजी मंदिर में होली  और धुलंडी  को श्रद्धालु केवल ठाकुरजी के दर्शन कर सकेंगे. मंदिर में रूकने, रील बनाने, रंग लगाने, नाचने-कूदने की छूट नहीं मिलेगी. दरअसल प्रयागराज कुंभ सहित अन्य धार्मिक स्थलों पर पर्व विशेष पर श्रद्धालुओं के एक ही स्थान पर कई देर तक डटे रहने से हुए हादसों से सबक लेते हुए पुलिस प्रशासन ने दोनों दिन की व्यवस्था मेंं परिवर्तन किया है. डीसीपी नॉर्थ राशि डोगरा एवं अन्य पुलिस अधिकारियों ने बुधवार को सभी व्यवस्थाओं का एक बार फिर जायजा लिया और आवश्यक दिशा निर्देश दिए. होली और धुलंडी को मंदिर में जूते एवं चप्पल खोलने की कोई व्यवस्था नहीं रहेगी. मंदिर में नि:शुल्क जूता घर बंद रहेगा. दर्शनार्थियों से अपील की गई है कि वह अपने जूते-चप्पल खोल कर ही मंदिर में प्रवेश करें. जूते-चप्पल खोलकर आने वाले श्रद्धालु छांवण से दर्शन कर सकेंगे और जो जूते-चप्पल पहनकर आएंगे वे छांवण के बाहर से दर्शन कर सकेंगे. मंदिर में प्रवेश केवल मुख्य द्वार से होगा. जयनिवास बाग से प्रवेश निषेध रहेगा. ब्रह्मपुरी और कंवर नगर से आने वाले दर्शानार्थियों का प्रवेश भी मंदिर मुख्य द्वार से होगा। मंदिर के पीछे कुएं गेट से प्रवेश निषेध रहेगा. दर्शन करने के बाद श्रद्धालुओं का निकास पीछे जय निवास बाग की तरफ से होगा.
 सुगम दर्शन के लिए किया बदलाव:
प्रशासन का दावा है कि बदली हुई व्यवस्था से ठाकुर जी के दर्शन सुगम  होंगे.किसी भी तरह की हुड़दंग की स्थिति नहीं बनेगी.लोग ठाकुरजी के दर्शन कर कॉलोनी अथवा घर पर धूमधाम से होली खेल सकेंगे.यह व्यवस्था 13 और 14 मार्च को मंगला से शयन झांकी तक रहेगी.पुलिस अधिकारियों के अनुसार होली वाले दिन कई लोग मोबाइल से रील बनाने के चक्कर में कई देर तक मंदिर परिसर में अनावश्यक खड़े रहते हैं.इससे भीड़ एक ही जगह एकत्र हो जाती है. दर्शन करने आए लोगों को काफी परेशानी होती है. मंदिर में केवल दर्शन कर आगे बढ़ जाना चाहिए लेकिन युवाओं की टोलियां वहीं एक ही जगह एकत्र हो जाती है इससे बुजुर्गों, महिलाओं को काफी परेशानी होती है.
 रंग पर प्रतिबंध, केवल फूलों की होली:
होली के दिन 13 मार्च को श्रद्धालु राजभोग झांकी में ठाकुर जी के साथ फूलों की होली खेलेंगे. किसी भी प्रकार के गुलाल, वाटर कलर, कलर सिलेंडर का उपयोग निषेध रहेगा. पुलिस प्रशासन और मंदिर प्रशासन ने अपील की है कि हृदय रोगी, डायबिटीज रोगी, ब्लड प्रेशर रोगी या जिन्हें सांस की तकलीफ है तथा अन्य किसी बीमारी से ग्रसित व्यक्ति भीड़ से अपनी सुरक्षा को देखते हुए मंदिर में नहीं आए. वे ऑनलाइन दर्शन करें।
 मंदिर जाने वाले कृपया ध्यान दें:
1. सुरक्षा की दृष्टि से कीमती सामान, बैग, थैला, लेडीज पर्स लेकर नहीं आएं.
2.महिलाएं कीमती आभूषण पहन कर नहीं आए. 
3. कृपया पानी की बोतल साथ लेकर आए. 
4. संदिग्ध व्यक्ति एवं लावारिस वस्तु दिखने पर मंदिर प्रशासन को एवं पुलिस प्रशासन को तुरंत सूचित करें.
 यह रहेगा झांकियों का समय:
 मंगला झांकी: प्रात: 4:30 से 7:00 बजे तक
धूप झांकी: 7:45 से 9: 00 तक
श्रृंगार झांकी: 9:30 से 10:15 तक
राजभोग झांकी: 10:45 से 11:15
(राजभोग आरती के बाद केवल पुष्प होली खेली जाएगी)
ग्वाल झांकी: शाम 5:00 से 5:15 तक
संध्या झांकी: शाम 5:45 से 7:30 तक
शयन झांकी: रात्रि 8:00 से 8:15 बजे तक होगी