Ananya soch
अनन्य सोच। अनेक बाल व युवा कलाकारों ने बॉलीवुड के लेजेंडरी प्लेबैक सिंगर मुकेश के गाए सदाबहार गीतों को अपनी सुरीली आवाज में पेश कर श्रोताओं के दिलों को छू लिया। शास्त्रीनगर स्थित संगीत आश्रम संस्थान की ओर से शनिवार को संस्थान परिसर में सुहाना सफर शीर्षक से संजोई गई सांस्कृतिक संध्या में सुरीले सुरों से एकल व युगल गीतों की माला पिराई गई। कार्यक्रम में करीब 35 कलाकारों ने प्रस्तुति दी।
कार्यक्रम में पुष्पेन्द्र सिंह व हिमांशु वर्मा ने मेरा जूता है जापानी..., जगदीश जीनगर ने वक्त करता जो वफा..., तन्विका दीक्षित ने मैंने तेरे लिए ही सात रंग..., विमर्श स्वामी ने जोश-ए-जवानी..., रियाशीं गोयल ने जाऊं कहां बता ए दिल..., वनिता हीरानी ने ये दिन क्या आए..., अंजली शर्मा ने दिल की नजर से..., गर्विता मंगल ने चंदन सा बदन..., डॉ. मनीष जैन ने जीना यहां मरना यहां..., पीडी गुप्ता ने इक दिन बिक जाएगा..., कशिश कंवर ने ओ मेरे सनम..., निहाल व भूमिका ने सावन का महीना..., मुस्कान कुमावत किसी राह में किसी मोड़ पर..., ममता शर्मा ने मेरा प्यार भी तू है..., गीत शर्मा ने दुनिया बनाने वाले..., वरुण व लक्ष्य शर्मा ने सात अजूबे इस दुनिया में..., प्रीति प्रधान ने चंचल शीतल निर्मल कोमल..., खुशबू कंवर ने हम तो तेरे आशिक हैं...जैसे गीतों से माहौल में सदाबहार गीतों की मेलॉडी घोल दी। इसी प्रकार राशिका कंवर ने क्या खूब लगती हो..., अदित्री मुखर्जी ने कई बार यूं भी देखा है..., सुरेन्द्र रतन ने ओ महबूबा तेरे दिल के पास..., विशाल मलिंडा ने आ लौट के आ..., प्रियंका ने इक प्यार का नगमा है..., सुमित्रा ने जाने कहां गए वो दिन...जैसे गीतों को बेहतरीन सुर, लय और ताल पेश कर प्लेबैक सिंगर मुकेश को गीतों भरी श्रद्धांजलि दी। कार्यक्रम में अमायरा, तनिश, राघा, मीशा, आलिया, नीत, तनिष्का, हर्ष ने मेरा जूता है जापानी...इन्स्ट्रूमेंटल प्रस्तुति देकर माहौल में रंग जमाया। कार्यक्रम में अकॉर्डियन पर सुलेमान खान, खड़ताल पर लोकेश शर्मा, गिटार पर देवांक गुप्ता, तबले पर कार्तिक वर्मा, ऑक्टोपैड पर वरुण जांगिड़ और ढोलक पर सक्षम ने प्रभावी संगत की। संचालन वीना अनुपम ने किया। अंत में संस्थान सचिव अमित अनुपम ने सभी आगन्तुकों का आभार जताया।